Videotranskripcija
देर शाम का वक्त था बारिश के बाद की नमी
पूरे माहौल में बस गई थी
रोशनी हलकी थी
और खिड़की से आती हवा तनवी के खुले बालों से खेल रही थी
रोहन उसके फ्लैट में पहली बार आया था
देर शाम का वक्त था बारिश के बाद की नमी
पूरे माहौल में बस गई थी
रोशनी हलकी थी
और खिड़की से आती हवा तनवी के खुले बालों से खेल रही थी
रोहन उसके फ्लैट में पहली बार आया था